♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को कहा विधान सभा में तत्थ्यों के साथ बात करे,चुनावी वर्ष की हलचल विधान सभा में भी दिख रही है,हिमाचल विधान सभा की गरिमा को बनाये रखने की दी नशीहत,बजट सत्र में विपक्ष सदन में कम और बाहर जाने में ज्यादा इच्छुक, राकेश पठानिया का मुकेश अग्निहोत्री और वीरभद्र सिंह जी के पुत्र बिक्रमादित्य सिंह पर कड़ा प्रहार सदन में गर्माया माहौल,विपक्ष की योजना अब अपने को बचाओ अपनी बराबरी वाले को दबाओ रणनीति,नेता बनने की होड़ ,आनंद शर्मा की हिमाचल ऐन्ट्री से कई समीकरण गड़बड़ाये,।

हिमाचल विधान सभा में इस बार मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर के तल्ख बार और व्यवहार से विपक्ष में खासी बेचैनी है।मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर को सरल व सहज स्वभाव का राजनेता माना जाता है लेकिन इस बार विधान सभा सत्र में मुख्य मंत्री के सख्त व्यवहार से विपक्ष के होश तो उड़े हैं सत्ता पक्ष के मंत्री विधायक जो उन्हें हल्के में लेते थे उनके भी कान अवश्य खड़े हुए हैं।

विधान सभा सत्र में मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को सख्त चेतावनी के रूप में सदन में तत्थ्यों  के साथ आने की नसीहत दी है,उन्होंने कहा कि सदन को झूठ फैलाने और सनसनीखेज बनाने का प्रयास न किया जाए। उन्होंने अपने विधायकों को भी तैयारी के साथ आने के लिए कहा है।

बजट सत्र में राज्य पाल महोदय के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान हिमाचल के वनमंत्री राकेश पठानियां खासे मूड में देखे गये उन्होंने विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह को आड़े हाथों लिया जिसमें कांग्रेस को वाकआउट करने पर मजबूर कर दिया।

मुख्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल के विधान सभा की उच्च परम्परायें रही हैं इसलिए किसी को भी भ्रम व झूठ फैलाने का अवसर नहीं दिया जायेगा।

विधान सभा के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्य सभा सांसद आनंद शर्मा के एकाएक प्रकट होने से कांग्रेस के अंदर खलबली मच गई है।आनंद शर्मा का कार्यकाल अप्रैल माह में समाप्त हो रहा है ,भविष्य में उन्हैं किसी प्रदेश से राज्य सभा जाने की उम्मीद नहीं है इसलिए हिमाचल में अपनी जमीन तलाशने आये आनंद शर्मा कई नेताओं के लिए कहर बनकर आये हैं खासकर वीरभद्र सिंह गुट के लोगों को उनके आने से बड़ी बेचैनी है क्योंकि वीरभद्र सिंह व आनंद शर्मा में छत्तीस का आंकड़ा रहा है।

आने वाले समय में हिमाचल की राजनीति में कई समीकरण बदलने बिगड़ने की बड़ी संभावना है।आनंद शर्मा का रिटायर होकर आना कईयों के लिए अभिशाप बन सकता  है।

गणेश दत्त।

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Check Also
Close
Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129