“आत्मनिर्भर अर्थ व्यवस्था” ,प्रधान मंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी ने दिया ऐसा मंत्र कि, यदि कार्यकर्ता जनमानस को समझा पाये तो किसी बात की चिंता नहीं,100 साल बाद आयी त्रासदी कोरोना से निपटकर बाहर निकलना, कोई आसान नहीं था,कोरोना संकट काल में जिस प्रकार सरकार ने इंतजामात किए उसकी U N O ने भी तारीफ की,विकट परिस्थितियों से निकल कर , आत्मनिर्भर अर्थ व्य्वस्था को पटरी पर लाना हमारा लक्ष्य है– नरेन्द्र मोदी
वर्ष 2022-23 के बजट प्रस्ताव के बाद प्रधान मंत्री ने आज एक संवाद के माध्यम से पार्टी की प्रदेश इकाईयों जिला इकाईयों व मंत्री विधायकों को संबोधित करते हुए सभी से आग्रह किया कि सभी पार्टी जन सरकार की नीतियों व योजनाओं को घर घर पहुचायें।प्रधान मंत्री ने कहा कि 100 साल बाद देश के सामने एक ऐसा संकट आया जिससे निपटना कोई आसान काम नहीं था।कोरोना का यह संकट हर देश वासी ने झेला है,हमने इस संकट में आत्मविश्वास के साथ काम करते हुए इससे पार पाने में सफलता प्राप्त की है।
प्रधान मंत्री ने कहा कि करोना के कठिन दौर में हमारी सरकार के प्रयासों की यू एन ओ ने भी प्रशंशा की है।
आज हमारे सामने आत्मनिर्भर अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने की चुनौती है लेकिन मुझे विश्वास है कि हम अपने पुरुषार्थ के बल पर कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम से आत्मनिर्भर भारत बनाने में सफल होंगे।
प्रधान मंत्री ने लगभग एक घंटे के संबोधन में भारत की विवित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा प्रस्तुत भारत के 2022-23 के बजट भूरि भूरि प्रशंशा की और बजट के एक एक पहलू पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बजट का रुख सीधे तौर पर किसान बागवान गांव गरीब कल्याण और बेरोजगारी पर अंकुश लगाने की ओर है।हमारा प्रयास यह रहा है कि हम दीनदयाल जी व बाबासाहब अम्बेडकर के मूल दर्शन के अनुसार समाज में कार्य करें।
पार्टी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज के संवाद की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रधान मंत्री के कुशल नेतृत्व पर देश व विश्व की निगाह होने की बात की उन्होंने कहा कि हमें इस बात का गौरव प्राप्त है कि आज प्रधान मंत्री देश के ही नहीं विश्व के सबस लोकप्रिय नेता हैं।उनके नेतृत्व में आज देश नयी ऊंचाईयों को छू रहा है।
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