सतलुज जल विद्युत निगम SJVNL अब जोखिम प्रबंधन प्रणाली में ISO 31000:2918 कम्पनी बन गयी है।अब यह जोखिम प्रबंधन के लिए मार्ग निर्देशन,रूपरेखा और प्रक्रिया प्रदान कर सकेगी ;सतलुज जलविद्युत निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नन्दलाल शर्मा के नेतृत्व में यह कंपनी नित नये आयाम स्थापित कर रही है।यह कंपंनी राष्ट्रीय मानको के अनुसार व्यापक आडिट के बाद राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद से यह विषिष्टता प्राप्त करने वाला पहला CPSC बन गया है।
हिमाचल से जलविद्युत क्षेत्र में शुरुआत करने लाली कंपनी सतलुज जलविद्युत निगम SJVNL आज विश्व स्तर की कंपनियों में सुमार हो गई है।अच्छे नेतृत्व के कारण आज देश की निगाहें इस कंपनी की ओर लगी हुई हैं।
कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा के कुशल निर्देशन में यह कंपनी आये दिन नये आयाम स्थापित कर रही है।अभी हाल ही में इस कंपनी को ISO 31000:2018 का जोखिम प्रबंधन प्रणाली मार्ग निर्देशन रूप रेखा व प्रक्रिया का मैनडेट प्राप्त हुआ है।
यह कंपनी अब केवल हाइडल क्षेत्र में ही नहीं थर्मल सोलर तथा वायुमंडल से विजली पैदा करने वाली कंपनी बन गई है जो केवल भारत में ही नहीं विदेशों जैसे नेपाल व भूटान तक में अपने कारोबार को शुरू कर चुकी है।
सतलुज जलविद्युत निगम ISOमानकों के अनुसार व्यापक आडिट के बाद राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद से यह विशिष्टता प्राप्त करने वाला सी पी एस सी बन गयी है।
IsO 27001 प्रणाली जो अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन को भी मान्यता प्राप्त करता है उस व्यवसाय में भी सतलुज जलविद्युत निगम अपनी पहचान बना चुका है।
इन दिनों द्रष्टि 2022 के तहत कंपनी अपने पुराने नये अधिकारियों के अथक प्रयास को भी अपने कार्यकर्ताओं के सम्मुख प्रस्तुत कर रही है जिस से नये दायित्व वाले लोगों को इसका अहसास हो सके कि हम कहां से चले थे और कहां पहुंच गये हैं।टीम लीडर के तौर पर श्री नन्दलाल शर्मा तथा प्रशासनिक तौर पर श्री गीता कपूर का बहुत अच्छा समन्वय और सभी अन्य निदेशकों का निरंतर संवाद सहयोग कंपनी के लिए बहुत बड़ा वरदान साबित हो रहा है।
गणेश दत्त।
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