हिमाचल में अदानी सीमेंट व ट्रक यूनियन का का भाड़ा विवाद हल होने का नाम नहीं ले रहा है,कहां फंसा है पेच, दो महिने से बैठक के दौर तक ही सीमित है विवाद,अदानी भाड़े की दर 8:50 तो औपरेटर 12:00 पर अड़े हैं हजारों ट्रक आपरेटरों को भारी नुकसान तो सरकार को अभी तक 250 करोड़ का नुकसान हो चुका है,”डेडलौक” कब टूटेगा कहना कठिन,सरकार को विवाद को हल करने में पसीना बहाना पड़ रहा है लेकिन रिजल्ट अभी तक शून्य है,प्रदेश के हित में शीघ्र हल निकलना अति आवश्यक;किसी बरिष्ठ टीम को मध्यस्ता करनी चाहिए अन्यथा स्थिति दिन प्रतिदिन विकट हो सकती है।
हिमाचल में अदानी समूह के सीमेट कंपनियों और ट्रक यूनियनों का भाड़ा विवाद हल होने का नाम नहीं ले रहा है फलस्वरूप छोटे औपरेटरों को बैंक के लोन की किस्त देने में कठिनाई आ रही है और बैंक का कर्जा सिर पर चढ़ता जा रहा है,वही प्रदेश सरकार को करोड़ों का नित नुकसान हो रहा है।विभिन्न स्तरीय वार्ता के बाबजूद हल नहीं निकल पाया हे।अदानी समूह 8:50 प्रति यूनिट तो औपरेटर 12:00 पर अड़े हैं सरकार को गंभीर प्रयास कर मामले को सर्वमान हल निकाल कर विवाद को समाप्त करना चाहिए अन्यथा स्थिति कंट्रोल से बाहर हो सकती है।
गणेश दत्त।
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