केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने बजट को खुशहाल भारत का बजट बताया,नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बजट को विकास को समर्पित बताया,पूर्व मुख्य मंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने बजट को समाज के हर वर्ग के कल्याण का बजट कह कर बजट की प्रशंशा की है। विपक्ष केवल विरोध की रश्म्अदायगी कर रहा है, विरोध के लिए कुछ नहीं है बजट एक मजबूत विकास व विश्वास पर आधारित है यह कहना है आम जनमानस का,अधिकांश लोगों ने कहा आयकर की सीमा बढ़ाकर पांच से सात लाख करना स्वागत योग्य है, बजट मध्य वर्ग के लिए काफी उपयोगी रहेगा,कुछ लोग कहते हैं हिमाचल के लिए अलग से कुछ नहीं है ;बजट सारे देश के लिए तैयार होता है प्रदेशों के लिए अलग अलग मदों पर वर्णित होता है।
देश का बजट देश के लिए समर्पित है।यह आम राय है।
10 हजार करोड़ का बजट मूल भूत ढांचे को विकसित करने के लिए बहुत बड़ी योजनाओं को जन्म देगा।
मनरेगा के बजट को कम करने का उद्देश्य स्थानीय क्षेत्र की प्रथमिकता पर आधारित होता है,मनरेगा में आवश्यकतानुसार बजट बढ़ सकता है।मनरेगा का बजट कम होने का एक कारण ,शहरी क्षेत्र इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए अधिक राशि का रखा जाना भी एक कारण हो सकता है क्योंकि अधिकतर योजनायें इस बजट पर समाहित हैं।
बागवानी क्षेत्र के विकास के लिए 2200 करोड़ के बजट राशि रखे जाने का लाभ हिमाचल में बागवानों मिलेगा।रेलवे और दीर्घकालीन ऋण की सुविधा के लिए जो राशि रखी गई है उसका लाभ भी हिमाचल को मिल सकता है।
गणेश दत्त।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button