महाकुंभ की यादें संजोकर अपने अपने गंतव्य तक पहुंच हैं 66 करोड़ श्रद्धालू,महाकुंभ में कई इतिहास बने हैं सनातन की आस्था की डुबकी लगाने की मानो प्रतिस्पर्धा चल रही थी,प्रधान मंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने जिस प्रकार अपने तंत्र को सक्रिय कर,साधुसंतो का आशीर्वाद लेकर महाकुंभ को सफल बनाया है यह अपने आप में एक अलौकिक अद्वितीय अविस्मरणीय महाकुंभ बन गया है, महाकुंभ में कुछ बड़े परिवार गांधी परिवार, लालू यादव परिवार, अखिलेश परिवार, ममता परिवार महाकुंभ से दूर रहा ,उनहें लगा होगा कि कहीं डूब न जांय,कुंभ में कई खोये मिले तो छुटपुट दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में अपनों को भी खोया है,योगी आदित्यनाथ नाथ जी ने समस्त श्रद्धालुओं का,सफाई कर्मियों ,नाविकों,पुलिस प्रशासन का और व्यवस्था में लगे सभी लोगों का धन्यवाद किया है.
प्रयागराज इलाहाबाद के 144 वर्ष बाद आये अद्भुत संयोग ने समस्त सनातनियों के मन मष्तिष्क में एक अलग छाप छोड़ी है,देश विदेश से आये करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यह महाकुंभ एक अलग पहचान बनाए और सभी के दिल में अलग प्रकार की छाप छोड़कर समाप्त हुआ है,इस महाकुंभ में जहां 66 करोड़ 30 लाख लोगों ने पवित्र स्नान किया और पुण्य के भागीदार बन गये,वहीं 550 धनाढ्य लोग अपने #परिवार परिवार के साथ चार्टर्ड प्लेन के साथ कुंभ में पहुंचे हैं.
हम लोग सांसारिक लोग हैं अपने घर में यदि अपेक्षा से दो चार लोग अधिक आ जाते हैं तो व्यवस्था में व्यवधान पड़ जाता है लेकिन जिस प्रकार से एक दिन में 8 करोड़ तक लोग पहुंच गये तो सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि स्थिति को कैसे संभाला गया होगा.महाकुंभ कई प्रकार की यादें छोड़कर गया है,कुछ बिछड़ो को मिला गया कुछ लोग जो अचेत अवस्था में थे उन्हें चेतना आ गई, कुछ लोगों दिखाई नहीं देता था उन्हें दिखने लगा है.
कई लोग महाकुंभ की अलौकिक सफलता से परेशान थे वे कुछ मीडिया चैनलों के माध्यम से दुष्प्रचार में लगे रहे लेकिन महाकुंभ की अद्भुत सफलता से वे भी परास्त होकर बैठ गये.
गणेश दत्त.
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