लोकसभा चुनाव 5 दिन शेष “भाजपा” ने मोदी सरकार के 10 सालों को सिर पर उठाकर जबरदस्त प्रचार किया ,उपलब्धियां भी गिनाई लेकिन कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के 10 वर्ष की उपलब्धि को ठंडे बस्ते में रखा,संदेश साफ है भाजपा ने जो किया उसको बताया,कांग्रेस के पास बताने को कुछ नहीं था छुपाने के लिए बहुत कुछ, मोदी जी की सरकार की विश्वसनीयता व कार्यकुशलता स्पष्ट है कि 10 साल के कार्यकाल के बावजूद सत्ताविरोधी वोट पैदा नहीं हुआ, सभी विपक्षी दल पूरे प्रचार में एक बात ही कहते रहे कि मोदी आये तो लोकतंत्र समाप्त हो जायेगा,यह आखिरी चुनाव होगा,संविधान बदल जायेगा आदि आदि,लेकिन जनता के मन में क्या है 4 जून को पता चलेगा.
10 साल के कार्यकाल के बावजूद मोदी सरकार के विरुद्ध सत्ता विरोधी लहर नहीं पनप पाई है यह मोदी की सबसे बड़ी गारंटी है,अन्यथा किसी भी सरकार के खिलाफ 6 महिने बाद सत्तारूढ पार्टी के खिलाफ रोष प्रकट होना शुरू हो जाता है.मोदी सरकार 1014 में बनी थी तब भाजपा को 282 सीटें मिली थी और उसके बाद 2019 में पार्टी को 303 सीटें प्राप्त हुई इससे पता चलता है कि मोदी का ग्राफ लगातार ऊपर की ओर गया और इस चुनाव में भी भाजपा की लोकप्रियता निश्चित ही ऊपर जायेगी यह बात पक्की है.
गणेश दत्त.
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