नई सरकार _मोदी के लिए उनके विरोधी रहे उनके सहयोगी साबित होंगे,यह नया प्रयोग जरूर होगा लेकिन मोदी जी भी अटल जी के शिष्य हैं जिन्हें साथियों के साथ सरकार चलाने का अनुभव भी है और एहसास भी है,एक बात जरूर है कि अभी तक मोदी जी ने चाहे मुख्य मंत्री के तौर पर हो या प्रधान मंत्री के तौर पर हो स्वछंद रूप से सरकार चलाई है अब सहयोगियों से बात चीत कर सरकार चलानी होगी,इसका सारे देश में अच्छा संदेश जायेगा जहां विचारधारा आड़ेनहीं आयेगी केवल सरकार चलाना ही मुख्य विषय रहेगा.
नई सरकार के गठन के साथ ही कुछ लोग इस बात को कह रहे हैं कि प्रधान मंत्री पूर्ण बहुमत की सरकार को स्वछंद रूप से चलाने के अभ्यासरत हैं अब अन्य सहयोगियों के साथ सरकार चलानी पड़ेगी. इस बात को ध्यान में अवश्य रखना चाहिए लेकिन इस पर चिंता करने की आवश्यकत नहीं है.
प्रधान मंत्री मोदी स्व.अटल बिहारी वाजपेई जी के शिष्य हैं उन्हें इस बात का अहसास है कि अपने से विपरीत विचारधारा के व्यक्ति से कैसे व्यवहार किया जाना चाहिए और या खुद को संतुष्ट करना चाहिए या दूसरे को क्नवींन्स किया जा सकता है.इस पर मोदी बहुत कुशल हैं.
मोदी जी तीसरा कार्यकाल निश्चित ही एक नया प्रयोग होगा और मिलकर सरकार चलाने का अनुभव भी होगा जिस में मोदी जी पारंगत हैं.उम्मीद करनी चाहिए कि मोदी का तीसरा कार्यकाल उत्तम होगा
गणेश दत्त. .
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button