400 पार की मदहोसशी में वोट डालने नहीं गये,एक सर्वेक्षण के अनुसार मुश्लिम समुदाय ने 90_95% वोटिंग की है और हिन्दू समाज ने केवल 50_60% वोटिंग की है , जो वोट डालने निकला उस में से भी कुछ लोगों ने सनातन विरोधियों व विधर्ममियों को वोट डाला है,वही अतिआत्मविश्वास कि हम तो जीते जिताये हैं के चक्कर में हिन्दू समाज ने अपनी फजीहत करा दी है,इस चुनाव में तो मोदी जी को वोट मींगने की आवश्यकता ही पड़नी चाहिए थी, लेकिन हमारा समाज अपनी दुर्दशा करा बैठा है हिन्दू समाज, इसलिए ही हमारा देश गुलामी झेलता रहा.
इस बार के लोक सभा चुनाव में फिर हिन्दुत्व मार खा गया,एक सर्वेक्षण के अनुसार अधिकांश हिन्दू वोट छुट्टी का आनंद लेता रहा और60%तक ही वोट डालने गया उसके विपरीत मुश्लिम समुदाय 90% से अधिक संख्या में वोट डालने निकला है. हिन्दुत्व का वोटिंग का प्रतिशत गिरता गया.
फिर वही अतिआत्मविश्वास, अबकी बार 400 पार का मदहोश स्लोगन भाजपा के पूर्व बहुमत प्राप्त न कर पाने का कारण रहा है.दिल बहुत दुखी होता है जब देश का प्रधान मंत्री देश के लिये और देश की जनता के लिए 18 घंटे तक काम करता है और वही समाज जिसके लिए अपना समय खपाता है वह 1 घंटा निकालकर वोट डालने तक नहीं जाता है और विधर्मियों के आगे अपनी फजीहत करा बैठता है.और दूसरों के सहारे राजनीति करने पर मजबूर कर देता है.
सम्पादकीय
गणेश दत्त.
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button