उपचुनाव में कांग्रेस को लोकसभा की लीड का भय सता रहा है,प्रचार में 2 दिन शेष, दोनों पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है,एक प्रकार से तोनों विधान सभा क्षेत्र पार्टी कार्यकर्ताओं की छावनी बन गये हैं,देहरा में कांग्रेस का पूरा फोकस है,मतदाता अपने लिये लाभ हानि देखकर मतदान करेगा ऐसा समझा जा रहा है.सरकार की पूरी शक्ति देहरा में लगी हुई है.
तीन उपचुनाव देहरा,हमीरपुर और नालागढ़ में लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी बढ़त से कांग्रेस घबराई हुई है.हालांकि लोक सभा और विधान सभा में मतदाताओं का वोट डालने का अलग अलग द्रटिकोण रहता है फिर भी मनोवैज्ञानिक दबाव पार्टियों में अवश्य रहता है
कांग्रेस का डेढ साल का कार्यकाल काफी निराशाजनक रहा है,मतदाता महिलाओं में हर महिला को 1500 वाली गारंटी कांग्रेस के गले की फांस बन गई है,युवाओं को नौकरी का ,तो कर्मचारियों का लम्बित एरियर सरकार के लिए एक नकारात्मक प्रभाव छोड रहा है.सभी को पता है सत्तारूढ पार्टी चुनाव के दौरान आसमान से तारे तोड़कर लाने की बात करती है लेकिन चुनाव के बाद सबकुछ दिखाई नहीं देता है इसलिए सत्तारूढ पार्टी चुनाव जीतने के लिए जूझ रही है और मुख्य मंत्री लोगों से व्यक्तिगत बात कर वोट की अपील कर रहे हैं., भारतीय जनता पार्टी ने भी तीनों स्थानों में पूरी ताकत झोंक दी है ,9 जुलाई की शाम तक का मैनेजमेंट काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है,लेकिन चुनाव में मुकाबला कांटे का है जिसका चुनाव प्रबंधन ठीक होगा उसे अवश्य लाभ होगा .
गणेश दत्त.
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