आपदाग्रस्त श्रेत्रों में जाकर प्रभावितों का संबल बनें अधिकारी ,दफ़्तर में बैठक कर समीक्षा बैठकें करने का कोई लाभ नहीं होगा,सरकार को चाहिए कि वह प्रभावित क्षेत्रों की रोज की जानकारी हासिल कर राहत पुनर्वास भोजन व रहने की व्यवस्था का समुचित प्रबंध कराये.कयोंकि प्रदेश के कई क्षेत्र कठिन दौर से गुज़र रहे हैं.
बाढ प्रभावित क्षेत्रों में राहत पुनर्वास और राहत सामग्री का वितरण अधिकारी अपने सामने करायें और रोज की रिपोर्ट प्रदेश की सरकार को भेजें.सरकार का एक सैट फार्मूला होता है कि हमने आदेश दे दिये राहत कार्य जोरों पर हैं,अधिकारी दफ्तर बैठक कर रिपोर्ट ले रहे हैं इस से हटकर मौके पर जाकर कार्य करने की आवश्यकता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछले कल ही समेच में आवश्यक सामग्री कंबल खाद्य पदार्थ वहां पहुंचाकर प्रभावित परिवारों को वितरित करना आरंभ कर दिया है.स्वयंसेवक खुद घटनास्थल में पहुंच कर प्रभावित परिवारों की सेवा कर रहे है.
गणेश दत्त.
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