हिमाचल विधान सभा का बजट सत्र 10 मार्च से शुरू हो रहा है,इस बार बजट सत्र हंगामेदार ही नहीं अति नुकेले बाणों से भरपूर होगा,सरकार के हाथ खाली हैं बजट में कुछ मिलने की संभावना शून्य हैं और कमरतोड़ टैस्ट देखे जा सकेंगे,सदन के बाहर हो रहे विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत हैं कि बजट सत्र हंगामेदार और एक दूसरे पर सब्दवाण छोड़ने वाले होंगे पहले दिनराज्यपालका अभिभाषण होगा जिसका स्वागत सरकारको करना ही पड़ेगा कयोंकि राज्यपालका अभिभाषण सरकार का नीतिगत दस्तावेज होता है..
हिमाचल विधान सभा का बजट सत्र 10 मार्च से शुरू हो रहा है,हिमाचल के राज्यपाल शिवप्रकाश शुक्ल सत्र के पहले दिन सरकार के दस्तावेज पर अपना भाषण पढ़ेंग. बजट सत्र काफी हंगामेदार होने की संभावना है.बजट सत्र से पहले ही पूर्व कर्मचारी पैंशन और अन्य सुविधायें न मिलने से संघर्षरत हैं,बृद्धावस्था पैंशन बंद है,लोग पूछ रहे हैं कब मिलेगी पैंशन? सेवानिवृत्त हुए लोगों की देयराशि का भुगतान नहीं हो पा रहा है.
सुखद पहलू राज्यपाल का अभिभाषण रहेगा,वे मेरी सरकार कहकर सदन को संबोधित करेंगे और कांग्रेस का दल राज्यपाल के अभिभाषण का स्वागत करेगा.विपक्ष की मजबूरी यह रहेगी कि वह राज्यपाल के अभिभाषण का खुलकर विरोध नहीं कर पायेगा.
आर्थिक संकट से जूझ रही सुक्खू सरकार जैसे तैसे वेतन पैंशन का जुगाड़ कर रही है केन्द्रीय योजनाओं का पैसा सरकार ट्रेजरी में जमा करवा रही है,केन्द्र प्रायोजित कार्यक्रम नहीं किये जा रहे हैं,प्रधान मंत्री आवास योजना को ठंडे बस्ते में डाला गया है,आपदा राहत के पैसे की बंदरबांट और राशि को वापस मांगने पर भी हल्ला हो रहा है.मन्दिरों के चढ़वे पर सरकार की द्रष्टि पर भी सदन में गर्मागर्म चर्चा होने की संभावना है.
कुल मिलाकर बजट सत्र में सदन के भीतर और बाहर
हो हल्ला हंगामा होने के आसार बने रहेंगे.सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़गे.
गणेश दत्त.
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