हिमाचल प्रदेश में अराजक और अस्थिरता का माहौल है,प्रदेश की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी भी चाहती है कि यह सरकार अपने मिसडीड और अंतर्कलह और अराजक व्ययवस्था के कारण अपने भार से खुद गिरे,और भारतीय जनता पार्टी पर सरकार गिराने का दोष न लगे इसलिए प्रदेश की भाजपा भी राज्य पाल महोदय को ज्ञापन शौपने तक ही अपने को सीमित रख रही है,जिस प्रकार से पुलिस महकमे में तू तू मैं में,विमल नेगी की रहस्यमय मौत ,सरकार द्वारा नियुक्त अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा जांच अधिकारी की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद उसे छुट्टी पर भेज दिया गया है,डी जी पी,पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है,लाहौल स्पिति की विधायक का सरकार के खिलाफ गुस्सा और कई अन्य का सरकार के अंदर दम घुटना इस बात का प्रमाण है कि सुक्खू सरकार कठिन दौर से गुज़र रही है।
हिमाचल सरकार के अंदर उबाल का माहौल है,विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सरकार गिराने का कलंक अपने ऊपर नहीं लेना चाहती,भाजपा चाहती है कि सुक्खू सरकार जब भी गिरे अपने कर्मों और दुष्कर्मों के परिणाम स्वरूप गिरे इसलिए पार्टी राज्य पाल को सरकार के खिलाफ ज्ञापन देकर जनता को यह बताना चाहती है कि सरकार के अंदर सब ठीक ठाक न होकर यह सरकार “ड॔गटपाऊ “सरकार है,सरकार के अंदर अंतर्विरोध होने के कारण विकास ठप्प हो गया है और चारों ओर निराशा और गुस्से का वातावरण व्याप्त है।
गणेश दत्त।
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