हिमाचल विधान सभा का सत्र कल से धर्मशाला के तपोवन में शुरू होगा, फ्लोर रणनीति को अंतिम रूप आज की बैठक में दिया जायेगा, पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर हावी होने का प्रयास करेगा ,यह सत्र आगामी चुनाव का ट्रेलर होगा,सत्ता पक्ष के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं है फिर भी मीडिया का स्वाद तो विपक्ष ही रहता है, इसलिए मीडिया भी सदन का आनंद तो लेगा ही,आज दोनों दलों के विधायक दल की बैठक में असला व हथियार और सेनापतियों को मोर्चे पर तैनात करने की रणनीति तैयार होगी।
हिमाचल प्रदेश विधान सभा का शीतकालीन सत्र कल से धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो रहा है।फ्लोर की रणनीति के लिए आज दोनों पार्टियों के विधायक दल की बैठक शाम को रखी गई है।सत्ता पक्ष के विरुद्ध कोई ठोस मुद्दा नहीं है जिसके बल पर विपक्ष सत्तारूढ पार्टी को घेर सकता हो ऐसा कोई इसू नहीं है।लेकिन विपक्ष का हो हल्ला वाकआउट अवश्य देखने को मिलेगा।
विधान सभा का यह सत्र एक प्रकार से आगामी चुनाओं का ट्रेलर होगा जिसमें कुछ मुद्दे घड़कर मीडिया में बना रहा जा सके।ऐसा प्रयास विपक्ष की ओर से किया जा सकता है।
सरकार की ओर से पिछले कल ही सरकार के मंत्री राकेश पठानियां द्वारा विपक्ष पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने और प्रदेश की छवि खराब करने का आरोप पहले ही लगा गया है,पुलिस जवानों की मांगो और पुरानी पैंशन न मिलने को तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार द्वारा केन्द्र के साथ गलत अग्रीमेंट करने का आरोप लगा कर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया गया है,जिसमें कांग्रेस पर दोगलेपन का आरोप लगा दिया है।
कांग्रेस ने कोविड काल में सरकारी पैसे के दुरूपयोग का आरोप पहले ही लगा दिया है।विपक्ष के नेता का बयान कि कोविड काल में सरकार में बैठे लोगों द्वारा लूट मचाने आरोप विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा लगाए है,जाहिर है कि कांग्रेस कुछ आरोप लगा कर मीडिया में बनी रहे लेकिन सत्ता पक्ष भी चुप बैठने वाला नहीं है।इस प्रकार पक्ष व विपक्ष के इरादे स्पष्ट हैं।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button