राजनीतिक मेढकों व राजनीतिक तापमान नापने वालों की उछलकूद के दिन शुरू हो गये हैं,जगह जगह से पार्टी छोड़ने व पार्टी के तोड़ने वालों का सीजन शुरू हो गया है,पार्टियों को इन्हें सम्भालने की योजना बना लेनी चाहिए। राजनीति के PK parshant kumar ने शुरुआत कर दी है सबसे पहले उसी ने शुरुआत की है।
राजनीति के थर्मामीटर रानीतिज्ञों ने राजनैतिक के तापमान का घटने बढ़ने का अनुमान लगाना शुरू कर दिया है,उसकी शुरुआत राजनीति के चाणक्य p.k parshant kumar ने पंजाब के मुख्य मंत्री के मुख्य राजनैतिक सलाहकार के पद से इस्तीफा देकर शुरुआत कर दी है,चुनाव से ठीक पहले अनुमान लगा लिया है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने वाली नहीं है।उसे पता चल गया है कि पंजाब में त्रिशंकु विधान सभा आने वाली है।हालांकि उसने कहा कि वह थोड़े दिन विश्राम लेना चाहता है।
इसी प्रकार हिमाचल में भी उछलकूद थोड़ा-बहुत शुरू हो गई है।छोटे छोटे नेता कांग्रेस भाजपा को आंखें दिखाने लग पडे हैं।कोई कहता है कि टिकट चाहिए कोई कहता है सुनवाई नहीं हो रही है।किसी को यह लगता है कि शायद अगली बार टिकट नहीं मिलेगा।
कांग्रेस में तो कुछ को मुख्य मंत्री बनने की होड़ लग गई है।ययद्यपि कांग्रेस अभी तक लीडरलैस है ,अभी तक 6 मुख्य मंत्रियों के नाम घोषित हो चुके हैं।भारतीय जनता पार्टी में मुख्य मंत्री की तो नहीं विधायक व मंत्री बनने को होड़ शुरू जरूर हो गई है।
दोनों पार्टियों की चिंता जरूर बढ़ गई है।आया राम गया राम का तो सीजन शुरू हो गया है।नेताओं की थुकधुकी जरूर बढ॔ गयी है कि आखिर संभाला कैसे जाए। कयोंकि कार्यकर्ता कई जगह बराबरी के हैं। किसी को तू बैठ जा नहीं कह सकते।
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