लोक सभा में विपक्ष का हंगामा केंद्र की मोदी सरकार के जनकल्याणी बजट से आम जनता का ध्यान हटाने का एक कुप्रयाश,अदानी तो नाम है,मोदी जी को बदनाम करना उद्देश्य है,यह हंगामेदार कारवाई राफेल डील की तरह साबित होगी।अदानी के ओबरबैल्यू शेयरों को लेकर अमेरिकन कंपनी के सनसनीखेज खुलासे के बाद अदानी तारगेट पर आये हैं लेकिन बिना तत्थ्य व सबूत जुटाये हंगामा खड़ा करना विपक्ष की 2024 के लोक सभा चुनाव में मुद्दा बनाना मुख्य कारण हो सकता है,अदानी को टूल बनाकर मोदी को निशाना बनाना और इस मुद्दे को भ्रष्टाचार व भाई भतीजाबाद का मुद्दा बना कर विपक्ष को इकट्ठा कर,चुनाव मैदान में उतरना मकसद हो सकता है।रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से अदानी के ऋण दिये जाने की सूचना देने के आदेश दिया है, लेकिन विपक्ष का बिना सबूत के सदन के भीतर व बाहर प्रदर्शन कहां तक उचित है;हमारा अदानी के पक्ष व विपक्ष से कोई संबंध नहीं है लेकिन विपक्ष को रिजर्व बैंक के जांच तक इंतजार करना चाहिए।
लोक सभा के भीतर बाहर हंगामा एक सोची समझी योजना।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button