विदेशी महिला से उत्पन्न औलाद देश भक्त नहीं हो सकती,यह कथन है आचार्य चाणक्य का,हमारे देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता व नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिये आचार्य चाणक्य का कथन बिल्कुल सटीक बैठ रहा है,राहुल गांधी जब जब भी विदेश में लैक्चर देने गए हैं उन्होंने देश की बदनामी,प्रधान मंत्री की बदनामी और देश की व्यवस्था की बदनामी और संवैधानिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है,राहुल गांधी को अभी तक इस बात का पता नहीं चल रहा है कि कौन सी बात कहां और किस फोरम पर रखनी चाहिए, राहुल गांधी अब गलीछाप नेता नहीं हैं अब वह हमारे देश के विपक्ष के सम्मानीय नेता हैं अभी हाल के उनके वाशिंग्टन में दिये गए लैक्चर से देश की बहुत बड़ी बेज्जती हुई है लेकिन कांग्रेस खुश है.
कांग्रेस के नेता और नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी विदेश में जाकर अपने देश की सरकार व्यवस्था और प्रधान मंत्री के खिलाफ भड़ास निकाल कर आते हैं और उनके चमचे खुश हो जाते हैं और पार्टी को भुगतान करना पड़ता है,राहुल गांधी अब कोई गलीछाप नेता नहीं हैं,अब वह देश के विपक्ष के नेता हैं उनका कहा हुआ वाक्य विश्व को एक संदेश देता है कि उनका मैन्टल लेबल कितना ऊंचा है.उनके बयानों से आंका जाता है.
एक समय था जब देश के प्रधान मंत्री विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेई जी को विश्व फोरम पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजते थे और अटल जी पक्ष से भी अधिक देश की सरकार की प्रशंशा करके आते थे और सारे विश्व में भारत की वाहवाही होती थी लेकिन आज विपक्ष के नेता विदेश में जाकर अपने देश की तोहीन करके आते हैं तो इसका सीधा संदेश है कि राहुल गांधी मानसिक स्तर कितना है,जब उन्हें यह पता ही नहीं चल रहा है कि कौन सी बात किस फोरम पर कब और कहां रखनी है.
गणेश दत्त.
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